सियासत | बड़ा आर्टिकल
क्या नए संसद भवन का बहिष्कार कर विपक्ष अपनी एकता बताना चाहता है
लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर विपक्ष, बीजेपी के खिलाफ लामबंद होने का दावा कर रहा है. विपक्ष का दावा है कि वह बीजेपी को मात देने की तैयारी में जुटा है. लेकिन राजनीतिक जानकारों का कहना है कि विपक्ष एकजुटता का एक मैसेज तक तो देश के आगे रखने सफल नहीं हो पाया है.
सियासत | 5-मिनट में पढ़ें
गुजरात से जितनी महिलाएं 5 साल में गायब हुईं, उतनी 'सामना' वाले उद्धव के महाराष्ट्र से एक साल में!
गुजरात से 40,000 महिलाओं के गायब होने को लेकर उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना के मुखपत्र सामना ने पीएम नरेंद्र मोदी और अमित शाह पर तीखा हमला किया है. सवाल ये है कि आखिर उद्धव ने अपने कार्यकाल पर चुप्पी क्यों साधी महिलाएं तो उनके कार्यकाल में भी गायब हो रही थीं.
सियासत | 4-मिनट में पढ़ें
मणिपुर जल रहा है, लोग मर रहे हैं और तांडव का कारण हमेशा की तरह 'कब्ज़ा' है!
मणिपुर के कई इलाकों में बड़े पैमाने पर हिंसा हुई. सशस्त्र भीड़ ने घरों में आग लगा दी. सरकार और प्रशासन ने भले ही दंगाइयों को देखते ही गोली मारने के निर्देश दे दिए हों लेकिन हमें इस बात को समझना होगा कि जब लड़ाई कब्जे की हो तो संभव नहीं है कि वो इतनी जल्दी शांत हो जाए.
सियासत | 3-मिनट में पढ़ें
शाह के लिए क्यों सिरदर्द बना सीमांचल?आइये राजनीतिक अलजेब्रा से इसके मायने समझें!
सितंबर माह में अमित शाह ने बिहार के सीमांचल एरिया का दौरा किया था. यह दौरा उस समय में हुआ, जब कुछ ही दिन पहले भाजपा से अलग होकर जेडीयू ने राजद के साथ सरकार बना ली थी. इस दौरे से अमित शाह ने 2024 लोकसभा और 2025 विधानसभा चुनावों का अनौपचारिक शंखनाद किया है.
सियासत | बड़ा आर्टिकल
सियासत | 6-मिनट में पढ़ें
दृढ़ इरादों वाले अमित शाह के फैसले विरोधियों के साथ समर्थकों तक को हैरत में डालते हैं!
भाजपा के अध्यक्ष के तौर पर अमित शाह ने भाजपा को शीर्ष तक पहुंचाया, जिससे उन्हें लोगों ने चाणक्य की संज्ञा दी. गृह मंत्री बनते ही शाह ने अनुच्छेद 370 हटाकर इतिहास रच दिया. अमित शाह के जीवन के तमाम ऐसे पहलु हैं जिससे यह साबित होता है कि शाह कर्तव्यपरायण और परिश्रम की पराकाष्ठा वाले व्यक्ति हैं.
सियासत | बड़ा आर्टिकल
धारा 370 को तिलांजलि के तीन साल, वो 5 अगस्त जब जूलियस सीजर की तरह संसद आए थे अमित शाह
5 अगस्त 2019 को राज्यसभा में गृह मंत्री अमित शाह ने दो संकल्प प्रस्तुत किए. पहले अमित शाह ने जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 खत्म करने का संकल्प पेश किया. दूसरा संकल्प उन्होंने जम्मू कश्मीर के पुनर्गठन विधेयक 2019 का पेश किया.
सियासत | 6-मिनट में पढ़ें
Target Killings: हिन्दुओं से कितना दूर कश्मीर?
कुछ अपवादों को छोड़ दिया जाए तो कश्मीर को लेकर देश में अलग अलग सरकारों की नीति में कुछ विशेष अंतर नहीं रहा है. लगभग सभी सरकारें दशकों से कश्मीरी लोगों का विश्वास जीतने में लगीं हैं, इसके लिए कई योजनाएं भी चलायी गई, जिसका कुछ सकारात्मक असर भी दिखा, पर ओवरआल स्थिति में कोई बड़ा बदलाव देखने को नहीं मिला.
सियासत | 5-मिनट में पढ़ें






